कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की ह’त्या करने वाला कु’ख्यात गैं’गस्टर विकास दुबे फरार है. उसे पकड़ने के लिए यूपी पुलिस की 20 से ज्यादा टीमें रात दिन एक किये हुए है. पुलिस को आशंका है कि वो नेपाल फरार हो सकता है. इसलिए नेपाल बॉर्डर पर उसके पोस्टर लगाये गए हैं. विकास का पता बताने वाले को 50 हज़ार रुपये से बढ़ाकर एक लाख रूपये इनाम देने की घोषणा की गई है लेकिन इसके बावजूद अब तक विकास का कोई सुराग नहीं मिल पाया है. इसी बीच पुलिस जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं.

विकास दुबे के फरार होने के बाद से ही पुलिस ए’क्शन में है और उसपर ता’बड़तोड़ का’र्रवाई की जा रही है. उस रात मुठभेड़ में शामिल विकास दुबे के नौकर दयाशंकर को पुलिस ने कल्याणपुर थाना क्षेत्र में मुठ’भेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. जिसके बाद पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद विकास के करीबी रहने वाले नौकर दयाशंकर ने उस रात को लेकर बड़े खुलासे किये हैं.
कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की ह’त्या करने के बाद हि’स्ट्री’शीटर विकास दुबे को लेकर बड़ा खुलासा नौकर दयाशंकर ने किया है. उसने बताया है कि विकास इस काण्ड के बाद बाइक से भागा था और फिर उसने बेला-बिधनू रोड पर पहले से मौजूद वैन से आगे भागने में सहारा लिया. वहीँ विकास को पुलिस की छापेमारी की साढ़े 8 बजे ही सूचना मिल गयी थी. विकास ने हमले के साथ भागने तक की पूरी प्लानिंग कर ली थी और उसी हिसाब से वो भागा और वो आजतक फरार है.

बताया जा रहा है कि सचेंडी इंस्पेक्टर अतुल सिंह को शनिवार की रात सूचना मिली कि वारदात की रात विकास अपने गुर्गों के साथ क्षेत्र के गाँव चैनपुरवा गडरियनपुरवा आया था. बताया गया कि यहाँ उसका एक परिचित रहता था और उसने अपने खेत के ट्यूबेल के पास बने कमरे में उन्हें रुकवाया था. जिसके बाद पुलिस ने वहां उस परिवार के 4 सदस्यों को हि’रासत में भी लिया जिसमें इंस्पेक्टर ने कहा ये सूचना गलत थी. उन्होंने बताया कि उनके घर एक रिश्तेदार आया था घर के पास खड़ी कार उन्ही की है. दरअसल इंस्पेक्टर को सूचना मिली थी विकास का गाँव में एक परिचित है जहाँ वो गाड़ी से आया हुआ है लेकिन पूछताछ में वो कार उस युवक के रिश्तेदार की है.