कानपुर शूट’आउट के मुख्य आ’रोपी विकास दुबे के एनका’उंटर के बाद कई सारे सवाल खड़े हो गए है. जिसके बाद से ही मामले पर कुछ सियास’त दारों ने सिया’सत शुरू कर दी तो कुछ ने अपने फ़ाय’दे के लिए आ’रोपी विकास दुबे पर मात’म मानना शुरू कर दिया.

वही इस मामले में सबसे ज्यादा सवाल खड़े किये गए वो UP पुलिस और STF पर. दरअसल 2 जून को 8 पुलिसक’र्मियों की नि’र्मम ह’त्या करके फरा’र आरो’पी विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर लाते वक्त उसका एनका’उंटर हो गया. जिसके बाद इस मामले पर सवाल उठे है कि जब विकास दुबे को एक ही गाड़ी से लाया जा रहा था तो गाड़ी कब बदली गयी. और विकास दुबे के पैरों में रॉ’ड पड़ी है तो वो फिर भी वह कैसे भाग निकला.
दरअसल ये सभी सवाल STF के FIR द’र्ज करने के बद ज्यादा उठ रहे है. STF ने अपनी FIR में लिखा है कि विकास दुबे को तीन सरकारी गाड़ियों में अदला बदली करके लाया जा रहा था और ऐसा सुरक्षा और ह’मले को देखते हुए किया गया था. ताकि लाते वक्त कोई भी चू’क न हो जाए. दरअसल जिस गाड़ी से विकास दुबे को लाया जा रहा था वो रास्ते में पलट गयी थी.

वही STF ने इस पर कहा है कि गाय-भैंस के झुं’ड के कार’ण गाड़ी पलट गई. इस दौरान विकास दुबे पुलिसवाले की पिस्ट’ल छी’नकर भागने लगा. पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन विकास दुबे ने फाय’रिंग कर दी. आत्म’रक्षा में पुलिस ने फा’यरिंग की, जिसमें विकास दुबे मा’रा गया है. जाहिर है विकास दुबे के मा’रे जाने से जहाँ एक तरफ लोग खुश है कि एक रा’क्षस का अं’त हुआ वही इस पर सि’यासत भी जारी है.