उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में हुए शू’टआउट के बाद से ही फरार आ’रोपी विकास दुबे पुलिस की गिर’फ्त से बाहर था. कभी इधर तो कभी उधर पुलिस से बचता रहा और कल उसे उज्जैन से गि’रफ्तार किया था. जहाँ से लाते समय विकास दुबे ने पुलिस की गि’रफ्त से भागने की कोशिश की और इस कारण उसका ए’नकाउंटर हो गया.

बता दें विकास दुबे कानपुर गोली’कांड के बाद से ही फ’रार चल रहा था और उसे ढूंढ’ने के लिए पुलिस की 50 टीमे लगायी गयी थी. साथ ही विकास दुबे पर 5 लाख का इनाम भी था. इसके अलावा सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विकास दुबे के पास से एक बैग मिला है. जिसमें उसके कुछ कपड़े, फ़ोन और चार्जर मिली है साथ ही कुछ जरुरी दस्ता’वेज मिले है. इन सब के अलावा उसके पास से एक फर्जी आई कार्ड भी मिला है

बता दें विकास दुबे इसी फ़ोन से अपने चाहने वालो और वकीलों से बातचीत करता था साथ ही फ़ोन पर बात करने के बाद फ़ोन को स्वि’च ऑफ कर दिया करता था. वही अनुमान लगाया जा रहा है कि विकास दुबे के पास जो बैग मिला है और दस्तावेज मिली है उनकी मदद से कई बड़े लोगो के नाम सामने आ सकते है. जिन्होंने विकास दुबे को भागने में मदद की थी. साथ ही चौबेपुर थाने के SO विनय तिवारी और दरोगा केके शर्मा को गिर’फ्तार कर लिया गया है और पूछताछ की जा रही है.
जाहिर है विकास दुबे की मदद कई लोगो ने की थी. जिस वजह से ही वो 7 दिन तक पुलिस की गि’रफ्त से बाहर था और कानपुर से फरीदाबाद, फरीदाबाद से उज्जैन तक पहुँच गया.