कानपुर जिले के विकरू गांव में धो’खे से किये गए शू’टआउट के दौरान 8 पुलिसकर्मी श’हीद हो गए. वही मुख्य आ’रोपी विकास दुबे अभी भी पुलिस की गि’रफ्त से बाहर है. वही विकास को पकड़ने के लिए पुलिस ने अपनी 40 टीमो को तैनात किया हुआ है. लेकिन अभी तक विकास का कोई सु’राग नहीं मिला है.

वही इस मामले में पुलिस के सामने नए नए खुलासे हो रहे है. जिसके बाद से ही अब विकास को पकड़ने के लिए पुलिस की धर पकड़ जारी है. इसके अलावा इस मामले में पुलिस ने सोमवार को तीन लोगों के गिर’फ्तार कर लिया है. जिसमें दो महिलाये शामिल है. इसके अलावा गि’रफ्तार की गयी एक महिला हिस्ट्री’शीटर विकास दुबे के यहाँ पर काम करती थी. पुलिस ने तीनों के खि’लाफ मामला पंजीकृत कर उन्हें गिर’फ्तार कर लिया है. इसके बाद उन्हें कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा.
दरअसल पुलिस ने बताया कि तीनों आ’रोपी 2 अप्रैल की घटना के दौरान मौके पर मौजूद थे और पुलिस की मदद करने के बजाय आ’रोपियों को पुलिसकर्मियों की जानकारी दे रहे थे. जिसमें से पहले आ’रोपी सुरेश वर्मा है, जो विकास दुबे के मकान के पास रहता है. जो गोलि’यां चलने के वक्त ब’दमाशो को बार बार बोल रहा था कि कि आज कोई न बचकर जा पाए. वही दूसरी आरो’पी क्षमा दुबे का विकास दुबे के घर के पास ही मकान है. जिस वक्त पुलिस ने मदद के लिए उसके घर में श’रण लेने की कोशिश की तो उसने दरवाजा न खोल कर छत पर जाकर बदमाशो को पुलिसकर्मियों के बारे में बताया.

वही तीसरी आ’रोपी रेखा अग्निहोत्री विकास दुबे के घर में ही काम करती है. और घटना के दौरान वो वही थी और घटना के समय वह जोर-जोर से कह रही थी कि पुलिसवालों को मा’रो. कोई बचकर न जाने पाए. जाहिर है इन तीनो आरो’पियों ने विकास दुबे और उसके साथियों की मदद की पुलिसकर्मियों की ह’त्या में. इसलिए इन पर IPC की धारा 120 बी के तहत अप’राधी होना पाया गया है और इन्हें कोर्ट के सामने पेश किया जायेगा.