जैसा की आप जानते हैं सर्वाधिक चर्चित व विवादित अयोध्या के रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में आज शनिवार के दिन सुबह साढ़े दस बजे सुप्रीम कोर्ट ने आज अपना फैसला सबके सामने रख दिया हैं। 40 दिनों से लगातार चल रही सुनवाई के बाद आज सुप्रेमे कोर्ट की अतभी से यह अनुमान लगाया जा रहा 5 जजओं की बेंच ने फैसला सुना दिया है और इस फैसले में यह विवादित ज़मीन राम मंदिर बनाने के लिए के दे दी गयी हैं और वही दूसरी ओर मुस्लिम लॉ बोर्ड को बाबरी मस्जिद बनाने के लिए 5 एकड़ ज़मीन देने का आदेश दिया हैं । आयिए हम आपको यह बताते है की आखिर आज शनिवार 9 नवंबर का दिन फैसला सुनाने के लिए क्यों चुना गया ।

दरअसल बात यह है की आज शनिवार के दिन इस बड़े फैसले को सुनाने के लिए इसीलिए चुना गया क्यूकी नयायमूर्ति रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर होने जा रहे हैं और उस दिन रविवार होने पर अवकाश होता हैं और इससे पहले 16 नवंबर को शनिवार का भी अवकाश है, ऐसे में न्यायमूर्ति रंजन गोगोई का अंतिम कार्यदिवस 15 नवंबर को पड़ रहा था इस वजह से भी फैसला सुनाने का दिन 9 नवंबर को फाइनल किया गया ।

ऐसा माना जा रहा है कि यह अचानक फैसला शानिवार को सुनाने का ऐलान इस सुविचारित रणनीति का हिस्सा है कि इस बेहद संवेदनशील, भावनाओं और आस्थाओं से जुड़े मामले में असामाजिक तत्वों को किसी तरह की खुराफात के लिए तैयारी का मौका नहीं मिल सके।