चीन की हरकत से आज कई देश परेशान हैं. जिसकी वजह से आज कई देश चीन को घेर’ने की तैयारी में हैं. भारत और चीन के बीच सीमा वि’वाद को लेकर गह’मागह’मी चल रही हैं. कल पीएम मोदी के लद्दाख दौरे के बाद से चीन की हालत और पतली हो गई है. जिसके तुरंत बाद चीन के विदेश मंत्रालय का बयान आया था की हम बैठ कर बात करेंग. इतना ही नहीं चीन को घे’रने के लिए अब जापान भी भारत के साथ आ गया है.

दुनिया में चीन को अगल थलग करने के लिए कोई भी चीन को बख्शने के मुड में नही है. अब चीन के खि’लाफ खड़े होने वाले देशों में जापान का भी नाम शुमार हो गया है. ड्रैगल के खिला’फ उठती आवाज़ के बीच अब जापान ड्रैगन के अधिकारिक दौरे को रोकने का फैसला करने जा रहा है. दरअसल, कोरोना वायरस महा’मारी की वजह से जापान ने चीन के राष्ट्रपति के दौरे को अप्रैल में टाल दिया था और अब वो दौरा इस साल संभव होता नहीं दिख रहा है.

कोरोना महामा’री की शुरूआत चीन से हुई और इसके बाद एक एक करके दुनिया के तमाम देशों तक ये बिमारी फैल गई और इन सबके बीच चीन अपनी हरकत से बज़ नही आया. अब हाल में बदलते अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम के बीच चीन और जापान के रिश्तों में भी ग्रहण लग गया है.

दरअसल, चीन ने हांगकांग पर नेशनल सिक्यॉरिटी कानून लागू किया है. जिसकी वजह से जापान के प्रधानमंत्री शिंजों आबे की पार्टी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी ने सरकार से शी चिनपिंग के जापान दौरे पर दोबारा विचार करने की अपील की है. हांगकांग पर नैशनल सिक्योरिटी कानून चीन ने लागू करने की बात कही है. उससे जापान को भी डर है कि कहीं ऐसा न हो की इस कानून की वजह से हांगकांग में जापान के लोगों और कंपनियों के अधिकारों में कटौती की जा सकती हैं.