पिछले कई समय से कानपुर सुर्खियां में बना हुआ है. पहले विकास दुबे ह’त्याकां’ड वाली घ’टना सामने आई थी. कुछ दिन बाद कानपुर शहर के बर्रा से एक द’र्दना’क घ’टना सामने आई है. जिसके बाद योगी सरकार और ज्यादा स’ख्त हो गई है. कानुर में संजीत यादव का अ’पह’रण और ह’त्या का खुलासा होने के बाद घर पर को’हरा’म मच गया है. उसके माता पिता और बहन का रो रोकर बुरा हाल हो गया है.

संजीत की बहन ने अपने भाई को खोया है और कुछ दिन बाद भाई बहन का त्योहार है रक्षाबंधन और अब बहन के पास उसका भाई नही है. जिसके बाद बहन बस यही चिल्ला रही थी कि ‘मेरे भाई का श’व ले आओ, कम से कम आखिरी बार उसकी कलाई पर राखी बांध दूं.’ इस दौरान उसने पुलिस की का’र्यप्रणा’ली और पुलिस पर ग’म्भीर आ’रोप लगाए है. बहन ने दो’षियों को फां’सी देने की मांग सरकार से की है.’

संजीत की बहन रुचि ने कहा कि ‘जब भाई का अ’पहर’ण हुआ तो उसने सबके दरवाजे पर गुहार लगाई. कोई अधिकारी नहीं बचा जिसके पास वह न गई हो मगर किसी ने नहीं सुनी. अब हालात यह हैं कि उसके घर का कोई सहारा नहीं बचा. कौन मां और पिता को सम्भालेगा. सवाल किया कि कोई है जो मेरे भाई को लौटा सकता है’? कोई तो होगा जो मेरे माता-पिता के सहारे को लौटा दे.? अपने भाई को खोने का द’र्द साफ तौर पर नज़र आ रहा था. बहन ने पुलिस के काम करने के तौर तरीके पर भी सवाल उठाया है. संजीत की बहन ने कहा कि ‘अपने भाई को बचाने के लिए पैसे बैग में डालकर दिये गए. लेकिन आ’रोपि’त कह रहे है कि उन तक वो पैसे नही पहुंचे. तो इसका मतलब ये हुआ कि पुलिस ने पैसे लिए होंगे.’ संजीत की बहन ने सीधे तौर पर पुलिस के ऊपर भी आ’रोप लगाते हुए कहा कि पुलिस की वजह से मेरा भाई चला गया. वरना आज वो हम सबके साथ होता.