इंदौर। शहर में आज से महिला ‘सखा कैब’ की शुरुआत होगी। इस कैब को महिला ड्राइवर चलाएंगी और इसमें सिर्फ महिला यात्री या उनके परिवार के सदस्य ही सफर कर पायेंगे । शहर की संस्था समान सोसायटी, दिल्ली के आजाद फाउंडेशन और संख विंग द्वारा ये ‘सखा कैब’ की सुविधा शुरू की गई है। संस्था द्वारा फिलहाल शहर में तीन ‘सखा कैब’ की शुरुआत की जा रही है। अगले एक साल में यह कैब की संख्या बढ़ाकर 15 किए जाने की योजना भी बनायीं है।
यह कैब इंदौर शहर और उसके आसपास के पर्यटक स्थल, उज्जैन, ओंकारेश्वर, बड़वानी, भोपाल तक भी जाएगी। कोई भी महिला यात्री संस्था के कॉल सेंटर के नंबर 9893123109 पर कॉल कर के बुकिंग करवा सकेगी । तो वही यह कैब एयरपोर्ट पर भी महिला यात्रियों के लिए सुविधा देगी। यह कैब एयरपोर्ट पर आखिरी फ्लाइट आने तक उपलब्ध रहा करेगी। इसमें महिला यात्री रात में भी सफर कर पाएंगी । आज शाम 5.30 बजे यह स्कीम 54 स्थित आनंद मोहन माथुर सभागृह में मप्र. लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा इसका उद्घाटन करेंगे और महिला कार ड्राइवरों को चाबी सौपी जाएंगी ।

इंदौर में तीन साल पहले भी महिला ऑटो और टैक्सी चलाने कि योजना बनाई गई थी लेकिन परीशिक्षित व कुशल महिला ड्राईवर न मिलने के कारण यह योजना अधूरी ही रह गई थी ।
समान सोसायटी के डायरेक्टर राजेंद्र बंधु ने बताया की शहर में चार साल पहले भी महिलाओं के लिए कार ड्राइविंग प्रशिक्षण की शुरुआत की गई थी, और आज संस्था द्वारा 200 महिलाओं को ड्राइवर के रूप में प्रशिक्षण दिया जा चुका है। 80 से ज्यादा महिलाएं अलग-अलग जगहों पर ड्राइवर की नौकरी कर रही है।

कैब संचालन के लिए संस्था ने फिलहाल चार महिला ड्राइवरों को चुना है, जिनके नाम – अंकिता राठौर, अर्पिता आर्य, सोनू कुशवाह और कृष्णा सोलंकी हैं। यह चारो महिलाए पिछले दो-तीन साल से कार चला रही हैं, यह प्राइवेट कंपनी व होटल की कारें भी चला चुकी है ।
‘सखा कैब’ में महिला यात्रियों और महिला ड्राईवर की सुरक्षा के लिए जीपीएस और पैनिक बटन की भी सुविधा दी गई है , जो की सखा कैब के कंट्रोल रूम से लिंक हुई होगी । महिला ड्राइवर या महिला यात्री किसी भी मुसीबत या आपातकालीन स्थिति में इस पैनिक बटन को दबाकर मदद पा सकेंगी।