आखिरकार वही हुआ जिसका अंदेशा था. कांग्रेस ने अब सचिन पायलट के लिए सारे दरवाजे बंद कर दिए. अब सुलह की कोई गुंजाइश नहीं बची. कांग्रेस ने बागी सचिन पायलट पर बड़ी कारवाई की है. सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया गया. इसके अलावा पायलट के समर्थक दो और मंत्री विश्वेन्द्र सिंह और रमेश मीणा को भी मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने का ऐलान किया. सचिन पायलट को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाये जाने के बाद गोविन्द सिंह डोटासरा को नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है.

मीडिया को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ऐलान किया कि कांग्रेस ने हर कोशिश की कि जो भी झगडे हगें उसे परिवार में बैठ कर बातचीत कर के सुलझा लिया जाए लेकिन सचिन पायलट नहीं आये. दर्जनों बार सचिन पायलट से बात की गई लेकिन वो नहीं माने. इसलिए कांग्रेस पार्टी ये कदम उठाने कोई मजबूर हुई है.

सुरजेवाला ने सरकार को अस्थिर करने के का आरोप भाजपा पर लगाया. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने एक षडयंत्र के तहत राजस्थान की 8 करोड़ जनता के सम्मान को चुनौती दी है. बीजेपी ने साजिश के तहत कांग्रेस की सरकार को अस्थिर कर गिराने की साजिश की है. बीजेपी धनबल और सत्ताबल से कांग्रेस पार्टी और निर्दलीय विधायकों को खरीदने की कोशिश की है.