राजस्थान कांग्रेस में मचा घमासान पल पल नयी करवट बदल रहा है. अपनी सरकार बचाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने समर्थक विधायकों की परेड मीडिया के सामने कराई. उन्होंने दावा किया कि 100 से अधिक विधायक इस वक़्त उनके साथ हैं. लेकिन उनके दावों की पोल तभी खुल गई जब 19 विधायक जयपुर से बाहर थे. ये सभी पायलट खेमे वाले विधायक थे. तो ऐसे में गहलोत के दावे पर सवाल तो उठ ही रहे हैं. गहलोत ने विधायकों की कथित परेड करा कर अपनी सरकार तो तत्काल के लिए बचा ली लेकिन खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है. तभी CM आवास से निकल कर सभी विधायक बसों में बैठा कर होटल ले जाया गया. सभी विधायक होटल में कब तक रहेंगे इसकी कोई जानकारी निकल कर अब तक सामने नहीं आई है.

दूसरी तरफ कांग्रेस ने सरकार पर से खतरा टलने से थोड़ी राहत की सांस तो ली लेकिन उन्हें भी पता है कि सचिन के बिना सरकार पर खतरा लगातार मंडराता रहेगा. इसलिए सचिन पायलट को मनाने के लिए प्रियंका गाँधी को मैदान में आना पड़ा. प्रियंका के मैदान में आने के बाद सचिन पायलट सुलह के मूड में तो आये लेकिन उन्होंने कांग्रेस के सामने शर्तों का अम्बार लगा दिया.

सूत्रों के अनुसार सूत्रों की मानें, तो सचिन पायलट की मांग है कि उनके चार विधायकों को मंत्री बनाया जाए. साथ ही सचिन पायलट के मंत्रियों को वित्त और गृह मंत्रालय दिया जाए. जबकि प्रदेश अध्यक्ष का पद भी सचिन पायलट के पास ही रहे. हालाँकि अभी तक इन शर्तों पर कांग्रेस की तरफ से कुछ नहीं