चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस ने इस समय पूरी दुनिया को अपनी गिरफ्त में ले लिया है. चीन में फैले इस वायरस ने कब धीरे धीरे पूरी दुनिया में पाँव पसार लिए किसी ने सोचा भी नहीं था. दुनियाभर के वैज्ञानिक और डॉक्टर इस वायरस की दवा बनाने में लगे हुए हैं न ही अभी तक इसकी कोई वैक्सीन बन पाई है. जिसने हर देश की चिंता बढ़ा दी है.

जानकारी के लिए बता दें कोरोना के चलते पूरे देश में लॉकडाउन चल रहा है जिससे सारी अर्थव्यवस्था डगमगा गयी है और अधिकतर कामकाज बंद हो गये थे. भारत में कोरोना का कहर फिर भी थम नही रहा है. हर दिन हजारों लोग इस बीमारी से संक्रमित हो रहे हैं और कई लोग जान दे रहे हैं. इसी बीच देश के महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बड़ा फैसला किया है.
इस महामारी से लड़ने में योगदान देते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एक साल तक अपने वेतन का 30 फीसदी हिस्सा नहीं लेने का ऐलान किया है. इतना ही नहीं उन्होंने कोरोना से पैदा हुई आर्थिक चुनौतियों के मद्देनजर राष्ट्रपति भवन में होने वाले खर्चों में भी कटौती का फैसला लिया है. इसी के साथ राष्ट्रपति फ्लीट के लिए लिमोजिन कारों की खरीद को स्थगित कर दिया है.

गौरतलब है कि इससे पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सभी केंद्रीय मंत्री और सांसदों ने अपने सैलरी से 30 प्रतिशत कटौती का 1 साल तक के ऐलान किया था साथ ही 2 साल तक के लिए सांसद निधि को भी स्थगित करने का फैसला लिया था.