क्रिकेट जगत के ऐसे बहुत से खिलाड़ी है जो अपने प्रदर्शन से खुश ना रहने के कारण क्रिकेट को अलविदा कह देते हैं. कुछ ऐसा ही इस बड़े खिलाड़ी के साथ हुआ है. कुछ समय पहले ये क्रिकेटर अपने शानदार प्रदर्शन के कारण लाखों लोगों के दिलों पर राज करते थे. लेकिन, कुछ समय से वो निराशाजनक प्रदर्शन के कारण लोग इन्हें नापसंद करने लगे हैं. आइये जानते है उस बड़े खिलाड़ी का नाम.

21 सितंबर 1979 को जमैका में जन्म लेने वाले क्रिस गेल जिन्होंने अपना सबसे पहला मैच ने भारत ने खिलाफ 11 सितंबर 1999 को खेला था. वेस्टइंडीज के लिए 103 टेस्ट और 301 वन-डे खेलने वाले गेल दुनिया भर की टी-20 लीग खेलते हैैं. बारिसल बर्नर, चटगांव वाइकिंग्स, ढाका ग्लेडिएटर्स, आईसीसी वर्ल्ड इलेवन, जमैका, जमैका तल्लावासा, कराची किंग्स, किंग्स इलेवन पंजाब, मैटाबेलैंड टस्कर्स, मेलबर्न रेनेगेड्स, रंगपुर राइडर्स, सेंट किट्स और नेविस पैट्रियट्स, स्टैनफोर्ड सुपरस्टार, सिडनी थंडर, वैंकूवर नाइट्स प्रमुख हैं.

खतरनाक बल्लेबाज क्रिस गेल जब भी फॉर्म में होते हैं, तो उनकी काफी मांग रहती है. लेकिन पिछले कुछ समय इस कैरेबियाई खिलाड़ी के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा. काफी समय से खराब प्रदर्शन के कारण क्रिस गेल को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा हैं. गेल का आखिरकार दर्द सामने आ ही गया, उन्होंने अपने दिल में दबी हुई बात को कहकर साउथ अफ्रीका में खेली जा रही मजांसी टी-20 लीग से विदाई ले ली है. गेल ने मजांसी टी-20 लीग में जोजी स्टार्स के लिए छह पारियों में केवल 101 रन बनाए हैं और इसी के साथ टूर्नामेंट को अलविदा कह दिया. रविवार को उन्होंने टूर्नामेंट का आखिरी मुकाबला खेला था, जिसमें उन्होंने 54 रन की शानदार पारी खेली थी, जो इस टूर्नामेंट में उनकी आखिरी पारी रही

क्रिस गेल ने कहा, जैसे ही मैं दो या तीन मैचों में अच्छा प्रदर्शन नहीं करता हूं, वैसे ही टीम के लिए बोझ बन जाता हूँ, उन्होंने कहा, मैं केवल इस टीम की ही बात नहीं कर रहा हूं. फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलते हुए पिछले कई वर्षों से भी मैंने आंकलन किया है, कि अगर मैं दो, तीन या चार पारियों में रन नहीं बनाता हूं तो बोझ बन जाता हूँ. ऐसा भी लगने लगता है कि एक खास व्यक्ति टीम के लिए बोझ है.