कानपुर के बिकरू गाँव में आठ पुलिसकर्मियों की नि’र्मम ह’त्या का आ’रोप हि’स्ट्रीशी’टर विकास दुबे जो की फरार चल रहा हैं. अभी तक विकास दुबे को पकड़ा नहीं जा सका हैं. उसके भागने के कयास लगाये जा रहे हैं कि उसने यूपी को छोड़ दिया हैं. विकास दुबे के पीछे पुलिस की 20 टीम लगी है और साथ में STF को भी लगाया गया हैं. हि’स्ट्री’शी’टर विकास दुबे की लखनऊ के मुक’दमे में जमा’नत लेने वाले दो लोगों को नोटिस दी गई है.

एसीपी दीपक कुमार सिंह ने बताया कि ‘वर्ष 2017 में कानपुर के दो मा’मलों में फरार चल रहे विकास दुबे को एसटीएफ ने कृष्णानगर में इन्द्रलोक कालोनी स्थित उसके घर से पकड़ा था. तब उसके पास अवै’ध असल’हे भी मिले थे. इस मामले में आ’र्म्स ए’क्ट के तहत कृष्णानगर कोतवाली में उसके उपर मु’कदमा द’र्ज किया गया था.

इस मु’कदमे में जब विकास को जमा’नत मिली थी, तब कानपुर के दो लोगों ने उसकी ज’मानत ली थी. इनमें एक बिकरू गांव का ही था जबकि दूसरा व्यक्ति कानपुर नगर का था. एसपी ने इस मामले को देखते हुए कहा है कि इससे पहले जिन लोगों ने विकास दुबे की जमा’नत करवाई थी. उनको नोटिस भेजी गई गई और कहा गया है कि उनकी भी जिम्मेदारी बनती हैं की वो लोग विकास को ढूंढ़ कर लाएं. साथ ही कोर्ट से उसकी जमा’नत निरस्त करने के लिये अर्जी दी जायेगी.

कानपुर का हि’स्ट्रीशी’टर विकास की कुछ और सम्पत्तियों के बारे में भी पता किया जा रहा है. यही वजह है कि उसके छोटे भाई दीपक की पत्नी अंजली से पुलिस ने सोमवार को भी पूछताछ की. सोमवार को विकास और दीपक के खि’लाफ ए’फआई’आर द’र्ज हुई थी.