चीन से बढे खतरे को देखते हुए नौसेना और वायुसेना मिलकर साझा रणनीतिक अभियान चलाने जा रहे हैं. इस साझा रणनीतिक अभियान के अंतर्गत नौसेना अपने लड़ाकू विमानों को अब LAC पर तैनात करेगी. नौसेना के विमानों को भारतीय वायु सेना के बेसों पर तैनात किया जाएगा. भारतीय नौसेना के सबसे बड़े युद्धपोत INS विक्रमादित्य पर मिग 29 लड़ाकू विमानों का बेडा तैनात है जो समंदर के चप्पे चप्पे पर निगाह रखता है. अब ये मिग 29 अब चीन से लगती सीमा की भी निगरानी करेंगे.

भारतीय नौसेना के पास मिग 29 लड़ाकू विमानों का एक बेडा है. इस बड़े में 40 मिग 29 शामिल हैं जो विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य पर तैनात हैं. ये गोवा में नौसेना का फाइटर बेस आईएनएस हंस से नियमति उड़ान भरते हैं. बीते दिनों ही पीएम मोदी ने कहा था कि अब से सेना के तीनों अंग थल सेना, वायुसेना और नौसेना आपसी समन्वय से काम करेंगे. उसके बाद ही ये निर्णय लिया गया कि नौसेना के लड़ाकू विमान उत्तरी कमांड एयरबेस पर तैनात किये जायेंगे.

हालाँकि ये पहली बार नहीं है जब नौसेना के विमानों का इस्तेमाल LAC पर किया जाएगा. डोकलाम विवाद के दौरान भी नौसेना के लड़ाकू विमानों ने LAC पर निगरानी की. इस कदम से भारतीय वायुसेना की ताकत में और इजाफा होगा.