उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के बिकरू गाँव में हुए गोली’कांड में मुख्य आरो’पी विकास दुबे के एन’काउंटर के बाद अब नए नए खुलासे हो रहे है. दरअसल विकास दुबे ने 2 जून को दबि’श देने गयी पुलिस की टीम पर धो’खे से फा’यरिंग की. जिसमें 8 पु’लिसकर्मी श’हीद हो गए. वही विकास दुबे पर 8 पु’लिसकर्मियों की ह’त्या का आरो’प भी था. जिसके बाद से ही विकास दुबे फ’रार चल रह था.
वही इस मामले में नए खुलासे सामने आने के बाद कई अहम जानकारी भी हाथ लगी है. दरअसल बिठूर थाने के एसओ कौशलेंद्र प्रताप सिंह उस रात हुई घ’टना कि पूरी कहानी का खुलासा करते हुए बताया कि जैसे ही पुलिस की पूरी टीम गाँव में पहुंची तो उन्होंने वहां पर जेसीबी दिखी. तभी सभी लोग एक-एक कर दूसरी तरफ जाने लगे. लेकिन चौबेपुर थाने के तत्कालीन एसओ विनय तिवारी ने अपने सिपाहियों को दूसरी तरफ भेजा, लेकिन खुद 100-150 मीटर दूर चले गए थे.

इसके अलावा एसओ कौशलेंद्र ने बताया कि मैं सब-इंस्पेक्टर अनूप के साथ विकास के घर के सामने पहुंचा ही था कि उसके घर में दो लोगों का मू’वमेंट दिख गया. हम उन्हें देखकर पीछे हटने और सुरक्षित स्थान देखने के लिए बाईं तरफ मु’ड़े, तभी अचानक फा’यरिंग शुरू हो गई. हम इस परि’स्थिति के लिए मा’नसिक रूप से तैयार नहीं थे. अचानक हुए ह’मले से फोर्स ति’तर-बि’तर हो गई. हर कोई बचने की जगह त’लाशने लगा. मैंने भी पो’जिशन लेकर फायरिंग शुरू की. हालाँकि इस दौरान सिपाही अजय को गो’ली लग गई थी.

साथ ही अजय को पेट में गो’ली लगने की वजह से खून काफी निकल रहा था और इस स्थिति में मैंने अपनी टीम को बचाते हुए हमारी गाड़ियों की तरफ भागा. तभी वापस जीप की ओर लौटते हुए 100-150 मीटर दूर बनी सीमेंटेड रोड पर विनय दिखे. मैंने विनय को दूसरी गाड़ी की चाभी देते हुए कहा कि मेरी टीम घाय’ल है. मैं इन्हें इलाज के लिए ले जा रहा हूं. जाहिर है कानपुर गोली’कांड में SO विनय तिवारी को गिर’फ्तार कर लिया गया है साथ ही उनसे पूछताछ की जा रही है.