एक तरफ तो राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी सरकार बचाने की कोशिशों में जुटे हैं वहीँ दूसरी तरफ अशोक गहलोत के करीबियों पर आयकर विभाग ने छापा मारा है. ये काफी चौंकाने वाली कारवाई है क्योंकि ये छापे राजस्थान पुलिस की बजाये CRPF की निगरानी में मारे जा रहे हैं. ये छापेमारी कांग्रेस नेता राजीव अरोड़ा और धर्मेंद्र राठौड़ के घर पर हुई है. ये दोनों ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी हैं. ये छापेमारी दिल्ली और राजस्थान दोनों जगहों पर हो रही है.

दूसरी तरफ आज जयपुर में कांग्रेस के विधायकों की मीटिंग है. कांग्रेस ने मीटिंग में शामिल होने के लिए अपने सभी विधायकों को व्हिप जारी किया है. पार्टी ने साफ किया है कि व्हिप का उल्लंघन करने वालों पर कारवाई की जायेगी. लेकिन कांग्रेस सचिन पायलट से किसी भी तरह के समझौते के मूड में नहीं है. पायलट ने साफ़ कर दिया है कि वो मीटिंग में शामिल नहीं होंगे और वो दिल्ली में जमे हुए हैं. उनके समर्थक विधायक जो मानेसर के रिसॉर्ट में हैं वो भी मीटिंग में शामिल नहीं हो रहे हैं. क्योंकि वो अब तक जयपुर के लिए नहीं निकले हैं.

कांग्रेस ने राजस्थान का किला बचाने के लिए तीन नेताओं को आधी रात ही जयपुर भेजा था. आज केसी वेणुगोपाल भी जयपुर पहुँच रहे हैं और विधायकों की मीटिंग उनकी देख रेख में ही होगी. गहलोत गुट कह रहा है कि उनके पास 109 विधायकों का समर्थन है जबकि कल आधी रात को हुई मीटिंग में बस 75 विधायक ही पहुंचे. जबकि सचिन पायलट ये दावा कर रहे हैं कि उनके साथ 30 विधायक है. साथ मे कुछ निर्दलीय विधायक भी उनके साथ हैं. ऐसे में किस आधार पर अशोक गहलोत 109 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहेहैं ये 11 बजे की मीटिंग में ही पता चलेगा.