भारत और चीन के बीच लद्दाख सीमा पर बने त’नाव को देखते हुए अब भारत बड़ी तैयारी कर रहा है. दरअसल दोनों देशो के बीच त’नाव बीते कई महीने से चल ही रहा है. जिस वजह से अब भारत ने चीन को जवाब देने के लिए अपनी सै’न्य क्षम’ता को बढ़ाना शुरू कर दिया है.

बता दें सरकार ने अपनी सेना को इ’मर्जेंसी में ला’इटवेट टैंक्’स खरीदने की परमि’शन दे दी गई है. ये टैंक जितने हलके होते है उतने ही असरदार होते है और इन टैंक का उपयोग पहाड़ी इलाकों में यु’द्ध के दौरान किया जाता है. साथ ही लद्दाख सीमा पर ये काफी महत्व’पूर्ण भूमिका निभा सकते है.
दरअसल अप्रैल महीने में चीन ने जब लाइन ऑफ ए’क्चुअल कं’ट्रोल के पास नए टाइप 15 लाइट टैंक्स तैनात किए, उसके बाद से ही भारत स’तर्क है. हालाँकि भारत की टैंक क्षमता कई देशों के मुका’बले बेहतर हैं लेकिन वे मुख्य रूप से मैदानी इलाकों के लिए है. भारत के पास T72, T90 और अर्जुन टैंक हैं. इन टैंक्स को हिमालय से लगी सीमा पर तै’नात किया गया है मगर पहाड़ों के बीच उन्हें चलाना बहुत मु’श्किल हो जाता है.

वही पहाड़ी इलाकों के लिए भारत को भी हलके टैंक की जरूरत है ताकि भवि’ष्य में कभी भी स्थि’ति ख़राब हो तो भारत इन टैंक का इस्तेमाल करके चीन को जवाब दे सके. वही चीन ने पूर्वी लद्दाख से सटे इलाकों में T-15/ZTPQ लाइट टैंक्’स को छि’पाकर रखा है. सै’टेलाइट इ’मेजरी से इसका पता चला है. ऐसे में भारत को भी सीमा पर अपने ह’लके टैं’क को स्था’पित करने की जरूरत है.