इस साल कोरोना वायरस को देखते हुए लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस एक अगल अंदाज़ में मनाया जायेगा. पहले की तरह बहुत लोग जमा नहीं होंगे. इस बार स्वतंत्रता दिवस समारोह मे सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जायेगा. इस बार के स्वतंत्रता दिवस को एकदम अलग अंदास में मनाया जायेगा.

इस बार स्वतंत्रता दिवस पर कोरोना से जं’ग में फ्रं’टलाइन वॉरि’यर्स के अलावा ऐसे कुछ लोगों को कार्यक्रम में बुलाया जायेगा. जो इस बीमारी से जं’ग जीतकर ठीक हुए हों. करीब 1500 कोरोना वॉ’रियर्स और ठीक हो चुके लोगों की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित कर सकते हैं.

लाल किले पर 15 अगस्त की तैयारी को लेकर सूत्रों ने ये बताया कि ‘कोरोना वायरस के ख’तरे को देखते हुए इस बार काफी कुछ बदला-बदला नजर आएगा. लेकिन ध्वजारोहण, परेड और पीएम का राष्ट्र के नाम संबोधन ये तीनों पहले की तरह होंगे. जैसे होते थे. सुरक्षा को लेकर भी कोई क’टौती या फेरबदल नहीं किया जाएगा, बल्कि इस बार यह और मजबूत होगी.

लाल किले पर हर बार स्वतंत्रता दिवस पर करीब 10 हज़ार लोग इस राष्ट्रीय पर्व के गवाह बनते थे. लेकिन इस बार ऐसा कुछ भी देखने को नही मिलेगा. अबकी लाल किले का नज़ारा बदला हुआ नज़र आयेगा. अबकी 10 हजार लोगो की जगह सिर्फ 1500 कोरोना वॉरिय’रों को यहां पर आमंत्रित किया जायेगा.

लाल किला पर इस बार इन वॉरिय’रों को बुलाने का उद्देश्य यह है कि ‘इससे इस महामा’री से लड़ाई में इनका मनोबल और उंचा हो सके और कोरोना से जू’झ रहे देश को भी इनके जरिए प्रधानमंत्री सकारात्मक संदेश दे सकें. जिससे देश के हर कोने तक इस संदेश को पहुँचाया जा सकता हैं.