देश में कोरोना का कहर थमने का नाम नही ले रहा है. मरीजों की संख्या हर दिन नए नए आयाम रच रही है. एक एक दिन में 90 हजार से ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं जोकि चिंता का विषय है. हालांकि राहत की बात ये है कि भारत कोरोना के मरीज ठीक भी काफी तेजी से हो रहे हैं.

जानकारी के लिए बता दें चीन के वुहान शहर से फैला ये वायरस कुछ ही समय में पूरी दुनिया में फैल गया. जिसके बाद मोदी सरकार ने तत्काल बड़ा ए’क्शन लेते हुए पूरे देश में पूर्ण लॉकडाउन लगाने का फैसला किया जोकि कई महीने तक चला. जो विपक्षी सरकार पर निशा’ना साधते थे और पूछते थे कि इससे क्या हुआ तो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन सिंह ने ब’ड़ा जवाब दिया है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन सिंह ने सोमवार को लोकसभा में बताया कि लॉकडाउन लागू करने की वजह से 37 हजार से लेकर 78 हजार लोगों की जान बचाई जा सकी. इतना ही नही 4 महीने तक चली देशव्यापी बंदी से 14-29 लाख लोगों को कोरोना से संक्रमित होने से भी रोका.

गौरतलब है कि हर्षवर्धन ने ‘इन चार महीनों का इस्तेमाल अतिरिक्त स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के निर्माण, मानव संसाधन को बढ़ाने, पीपीई किट्स, एन -95 मास्क और वेंटिलेटर जैसे महत्वपूर्ण चीजों को बनाने के लिए किया गया.मार्च 2020 के मुकाबले, आइसोलेशन बेड्स में 36.3 गुना और आईसीयू बेड्स में 24.6 गुना वृद्धि हुई है. जबकि तब देश में कोई भी पीपीई किट्स नहीं बनाई जाती थीं, लेकिन अब न सिर्फ बना रहे हैं, बल्कि अन्य देशों को निर्यात भी कर रहे हैं.’