बॉलीवुड में छिड़ी नेपोटिज्म और बाहरी बनाम भीतरी की लड़ाई में अब 90 के दशक के कॉमेडी किंग गोविंदा भी कूद पड़े हैं. गोविंदा ने कहा है कि मौजूदा दौर में बॉलीवुड को सिर्फ 4 या 5 लोग ही कंट्रोल कर रहे हैं. गोविंदा ने कहा कि ये 4-5 लोग ही ये फैसला करते हैं कि जो उनके करीबी नहीं है उनकी फिल्मों को ठीक-ठाक रिलीज होने देना है या नहीं. मेरी कुछ अच्छी फिल्मों को भी ढंग की रिलीज नहीं मिल पाई थी. लेकिन चीजें अब काफी बदल रही हैं.

गोविंदा ने कहा कि उनके पिता अरुण कुमार राजा और निर्मला देवी एक्टर्स थे इसके बावजूद उन्हें बॉलीवुड में जगह बनाने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ा. फिल्म निर्माताओं और प्रोड्यूसर्स ने उन्हें मिलने के लिए घंटों इंतज़ार करवाए, कई लोगों ने मिले बिना ही वापस भेज दिया. गोविंदा ने ये भी कहा कि बॉलीवुड में कैंप्स होते हैं और बॉलीवुड को मोटे तौर पर 4-5 लोग ही चला रहे हैं.

गोविंदा ने कहा कि पहले टैलेंटेड लोगों को काम मिल जाता था. उनकी कद्र होती थी. उनकी फ़िल्में थियेटर में रिलीज हो जाती थी. लेकिन आज ऐसा नहीं. आज अगर आप किसी कैम्प का हिस्सा नहीं हैं तो आपके लिए रास्ते मुश्किल हो जाते हैं. आपकी फिल्मों को स्क्रीन कम मिलता है.