दुनिया में कोरोना वायरस ने क’हर ब’रपा रखा है. कोरोना वायरस के बचाओ के लिए अभी तक कोई भी दवा बनकर तैयार नहीं हुई है. सिर्फ एक दवा है की दो गज की दुरी का पालन करें और मास्क लगायें. लेकिन बिना वैक्सीन के कोरोना का कोई भी इलाज़ नहीं है. अब कोरोना की वैक्सीन को बनाने को लेकर यु’द्ध स्तर पर काम चल रहा है. कोरोना वायरस के खिला’फ देश में तैयार हो रही वैक्सीन से जुडी एक अच्छी खबर सामने आ रही है.

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और भारत बायोटेक (Bharat Biotech) के साझा कार्यक्रम में तैयार किए जा रहे है. कोवैक्सीन को लेकर अब इंसानों पर क्लीनिकल ट्रायल शुरू हो गए हैं. इससे भी अच्छी बात ये है कि अभी तक टीका लगाने के बाद किसी दु’ष्प्रभा’व की खबर नहीं आई है.

बताया ये भी जा रहा है कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च द्वारा चयनित 12 केंद्रों में से एक आयुर्विज्ञान संस्थान और एसयूएम अस्पताल में बहुप्रतीक्षित बीबीवी152 कोविड-19 (BBV152 Covid-19) टीके या कोवैक्सिन का परीक्षण शुरू हो गया है. संस्थान के एक अधिकारी ने बताया कि पहले और दूसरे चरण की प्रक्रिया के लिए 12 केंद्र का चयन किया गया है.

परीक्षण प्रक्रिया के प्रधान अनुसंधानकर्ता डॉ. ई वेंकट राव ने बताया कि ‘भारत बायोटेक द्वारा विकसित की जा रही कोवैक्सिन कुछ चयनित लोगों को लगाई गई जो इस महत्वपूर्ण परीक्षण का हिस्सा बनने के लिये खुद आगे आए थे. उन्होंने कहा कि जिन्हें टीका लगाया गया, उन सभी को निगरानी में रखा गया है और वे सभी ‘बिल्कुल ठीक’ हैं.’

अब बस हर देशवासी को वैक्सीन का इंतज़ार है की जितनी जल्दी हो सके देश में वैक्सीन आये और इस महामारी से छुटकारा मिले.