ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में होली के वक़्त शामिल हुए थे और उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर ये आ’रोप लगाये थे कि वहां पर उनकी बात कोई नही सुनता और उन्हें अनदेखा किया जा रहा हैं. सिंधिया को लेकर पिछले कुछ वक़्त से राजनीति एक बार फिर से गरमाती जा रही हैं. पहले सिंधिया के साथियों की मांग थी कि उनको केंद्र में मंत्री बनाया जाये. उसको लेकर भी सियासत की गलियों में चर्चा तेज थी.

अब एक बार फिर से सिंधिया को लेकर ये अटकले लग रही हैं कि क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी छोड़ने वाले हैं? क्या दो महीने में ही उनका बीजेपी से मोहभंग हो गया है? क्या सिंधिया कांग्रेस में वापस चले जायेंगे? ऐसे कई सवाल हैं, जिनके चलते मध्य प्रदेश के राजनीतिक हलकों में बीते दो दिनों से लगातार सरगर्मी बनी हुई है. ये अफवाह है या फिर सचाई है अभी इसपर कुछ भी नहीं कहा जा सकता हैं क्योकि इस पर अभी तक न बीजेपी न कांग्रेस और न ही खुद सिंधिया ने सामने आकर कोई बात कही हैं. उसके बाद भी कयास थमने का नाम नहीं ले रहें हैं.

सिंधिया के प्रकरण की शुरुआत एक ट्वीट से हुए थी. एक न्यूज़ चैनल के परोडी अकाउंट से ये ट्वीट किया गया था कि सिंधिया बीजेपी से नाराज चल रहें है उसका कारण ये है कि सिंधिया इसलिए नाराज है क्योकि मध्य प्रदेश में उनके समर्थकों को कैबिनेट में मंत्री पद नहीं दिया गया हैं. जिसको लेकर सिंधिया नाराज हैं. आगे ये भी कहा गया कि सिंधिया को केंद्र में मंत्री बनाए जाने की बात कही गई थी लेकिन अभी तक उनको मंत्री नहीं बनाया गया हैं. जिसको लेकर वो नाराज है और बीजेपी को छोड़ कर कांग्रेस में वापसी कर सकते हैं.

आपको बता दें कि जिस अकाउंट से ये ट्वीट किया गया हैं वो एक फर्जी अकाउंट हैं जिस पर सिंधिया को लेकर एक फर्जी ट्वीट किया गया हैं.इसके बाद सिंधिया के सहायक ने कहा कि ये एक फर्जी ट्वीट हैं. उन्होंने इसको लेकर कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है और कहा ये सब करा-धरा कांग्रेस पार्टी का हैं. सिंधिया जिस पार्टी में हैं वो वहीँ रहेंगे वो कांग्रेस में वापसी नहीं कर रहें हैं.