केंद्र सरकार ने लॉकडाउन को 17 मई तक के लिए बढ़ा दिया है. लेकिन साथ ही ऑरेंज और ग्रीन जों में कुछ रियायतों का भी ऐलान किया. देश की राजधानी दिल्ली रेड जोन में है. लेकिन सोमवार 4 मई से दिल्ली खुल जायेगी. इसका ऐलान मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने किया.
अरविन्द केजरीवाल ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘कहा कि केंद्र सरकार ने जो भी छूट दी हैं, वे सभी छूट हम दिल्ली में देने वाले हैं. हमारी अर्थव्यवस्था संकट में है और हम लंबे समय तक लॉकडाउन को बरकरार नहीं रख पाएंगे. राजस्व पिछले साल के अप्रैल माह में 3,500 करोड़ रुपये से गिरकर इस वर्ष 300 करोड़ रुपये हो गया है. ऐसी स्थिति में सरकार कैसे काम कर पाएगी? इसलिए रेड जोन के बावजूद दिल्ली में छूट मिलेगी.

केजरीवाल ने बताया कि सोमवार से सभी सरकारी दफ्तर पूरी तरह से खुलने जा रहे हैं. सभी सरकारी दफ्तर जो आवश्यक सेवाओं से सम्बंधित है उनमे 100 फीसदी अटेंडेंस होगी. दिल्ली के सभी प्राइवेट दफ्तर भी सोमवार से खुल जायेंगे यकीन उनमे सिर्फ 33 प्रतिशत अटेंडेंस कीई मंजूरी दी गई है. ऐसे सरकारी दफ्तर जो आवश्यक सेवाओं से संबंधित नहीं हैं, उनमें डेप्युटी सेक्रटरी स्तर तक 100 फीसदी स्टाफ आएगा, इससे नीचे के स्तर पर 33 फीसदी स्टाफ आएगा.
हालाँकि जो कंटेनमेंट जोन हैं उनमे प्रतिबन्ध लागू रहेंगे. दिल्ली में जिन जिन चीजों की छूट दी गई है उसकी लिस्ट इस प्रकार है – दो पहिया गाडी पर केवल एक यात्री, अधिकतम 33 फीसदी कर्मियों के साथ आईटी-आईटी एनेबल्ड सर्विस, कॉल सेंटर्स, प्राइवेट गाड़ियां अधितकतम दो यात्रियों के साथ, आवासीय परिसरों एवं मोहल्ले में सभी दुकानें, शराब की दुकानें, कोल्ड स्टोरेज और वेयरहाउस, प्राइवेट और सरकारी ऑफिस, जरूरी सामानों की डिलीवरी के लिए ई-कॉमर्स, अगर मजदूरों के रहने की व्यवस्था साईट पर ही हो तो कंस्ट्रक्शन के काम भी शुरू कर सकते हैं.
जो सेवाएँ बंद रहेंगी उनकी लिस्ट इस प्रकार है- रिक्सा, ऑटो रिक्शा और टैक्सी-कैब, सिनेमाघर, मॉल, रेस्टोरेंट, पब, स्कूल, कॉलेज, कोचिंग, नाई की दुकान, स्पा, सैलून, धार्मिक स्थल, सामाजिक, राजनैतिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम, मेट्रो और बस सर्विस