कोरोना वायरस की वजह से आज सब कुछ बं’द पड़ा है. कोरोना वायरस ने दिल्ली के अंदर त’बाही म’चा रखी है. दिल्ली में कोरोना के मरीजो की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही हैं. इस सबके बीच दिल्ली में शराब की बिक्री को लेकर भी लोगों ने कोरोना को दरकिनार कर दिया था. जिसकी वजह से कोरोना मरीजो की संख्या में इजाफा हुआ था. अब दिल्ली सरकार ने लॉक डाउन थ्री के बाद दिल्ली मेट्रो और डीटीसी बसे चलाने की तैयारी में हैं.

17 मई को लॉक डाउन थ्री ख’त्म हो रहा है. उसके बाद दिल्ली सरकार बस, टैक्सी समेत पब्लिक ट्रांसपोर्ट चलाने को तैयार है. लेकिन इसको चलाने से पहले नियम तय किये जायेंगे. बता दें कि दिल्ली मेट्रो और डीटीसी बसों में सफ़र पहले जैसा नहीं होगा. बहुत कुछ बदल चूका होगा. दिल्ली मेट्रो को शुरू करने से पहले नियम बनाये जायेंगे टिकट को लेकर मेट्रो के अंदर यात्रियों के बैठने को लेकर लोगों के सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जाएगा.

वहीं दूसरी तरफ बसों में भी छमता के हिसाब से कम सवारी बैठाई जा सकती है. उसमें भी सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से ध्यान रखा जायेगा. दिल्ली मेट्रो को शुरू करने से पहले वहां पर थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी, हाथो की सफाई, बैग चेकिंग, सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहना अनिवार्य होगा. इन सबके अलावा आरोग्य सेतु ऐप भी लोगों के फ़ोन में होना जरुरी हैं. मेट्रो और बस के अंदर पैसेंजर के बैठने को लेकर भी नियम बनाये जायेंगे.

मेट्रो में सफ़र करने वाले लोगों को टिकट की क्या व्यवस्था होगी? अभी ये कयास लगाये जा रहें है कि अगर मेट्रो 17 मई के बाद से चलती हैं तो टोकन सिस्टम ख’त्म कर दिया जायेगा. जिसके पास मेट्रो कार्ड होगा उसको ही एंट्री दी जाएगी. इससे जुड़ी एक खबर 30 अप्रैल को भी आई थी कि विचार किया जा रहा है कि सिर्फ कार्ड से सफर करने दिया जाए. दिल्ली मेट्रो अब जब भी चलेगी उसमें अब यात्रियों को एक सीट छोड़कर बैठना होगा. इन सभी बदलाव को लेकर मेट्रो की तरफ से तयारी चल रही है. हैण्ड रेलिंग पकड़ने को लेकर भी नियम में बदलाव किया जा रहा है.

अगर 17 मई के बात डीटीसी बसे रोड पर दौड़ती हैं तो उनको लेकर भी कई बदलाव किये गए हैं. प्लान ये है कि शुरुआत में 50 फीसदी डीटीसी की बसें सड़कों चलेंगी. जो बसे चलेंगी उनको रोज सैनिटाइज करना होगा. अगर शुक्रवार से डीटीसी बसें चलती हैं तो एक बस में 20 से 22 यात्री ही होंगे और कोई खड़ा नहीं होगा. मास्क पहनना कंपलसरी होगा. बस में भी सोशल डिस्टेंसिंग भी अनिवार्य होगी. इन सभी शर्तों के साथ दिल्ली के अंदर मेट्रो और बस सेवा को शुरू किया जा सकता हैं.