लगातार 21 ओवर मेडन डालने वाले दिग्गज भारतीय ऑलराउंडर का निधन हो गया हैं. आपको बता दें की मुंबई के शीर्ष क्रिकेटरों में शामिल थे. उन्होंने 191 प्रथम श्रेणी मैच खेले जिसमें 500 विकेट लिये और 8880 रन बनाए. नासिक में जन्में इस क्रिकेटर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दिल्ली में 1955 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और उन्होंने अपना अंतिम टेस्ट मैच भी इसी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ 1968 में एमएके पटौदी की अगुवाई में ऑकलैंड में खेला था.

इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट मैच में लगातार 21 ओवर मेडन करने का रिकॉर्ड बनाने वाले पूर्व भारतीय ऑलराउंडर बापू नाडकर्णी का शुक्रवार को यहां निधन हो गया. वह 86 साल के थे. उनके परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं. नाडकर्णी के दामाद विजय खरे ने पीटीआई से कहा, ‘उनका उम्र संबंधी परेशानियों के कारण निधन हुआ.’ नाडकर्णी बाएं हाथ के बल्लेबाज और बाएं हाथ के स्पिनर थे. उन्होंने भारत की तरफ से 41 टेस्ट मैचों में 1414 रन बनाए और 88 विकेट लिए. उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 43 रन देकर छह विकेट रहा.

54 साल से ये रिकॉर्ड बापू के नाम पर ही दर्ज है. ओवर के मामले में नाडकर्णी तो गेंद के मामले में यह रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीकी ऑफ स्पिनर ह्यू टेफील्ड के नाम पर है. आठ गेंद के ओवर के दौर में ह्यू टेफील्ड ने 1956-57 में लगातार 137 डॉट गेंद फेंकी थी. उन्होंने 17.1 लगातार मेडन ओवर फेंके थे.नाडकर्णी को किफायती गेंदबाजी करने के लिए जाना जाता था. पाकिस्तान के खिलाफ 1960-61 में कानपुर में उनका गेंदबाजी विश्लेषण 32-24-23-0 और दिल्ली में 34-24-24-1 था.