कोरोना के कहर से जूझ रही दुनिया बहुत ही बेसब्री से वैक्सीन का इंतजार कर रही है. लेकिन अभी तक कहीं से भी कोई खुशखबरी नहीं आई है. दुनिया के कई देश वैक्सीन बनाने की कोशिश कर रहे हैं. कई देश रिसर्च कर रहे हैं और कई देश बन चुके वैक्सीन के ट्रायल में जुटे हैं जिसे देखते हुए उम्मीद बंधी है कि जल्द ही कोई खुशखबरी मिल सकती है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के अनुसार, कई वैक्सीन अब फेज 2 ट्रायल से आगे बढ़ चुकी हैं. भारत में भी दो वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल चल रहा है.
ICMR और भारत बायोटेक द्वारा निर्मित कोरोनावायरस के स्वदेशी वैक्सीन COVAXIN का हरियाणा में ह्युमन ट्रायल शुरू हो गया है. हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पीजीआई रोहतक में इसका ह्यूमन ट्रायल शुरू कर दिया गया है. आज तीन लोगों पर इसका परीक्षण किया गया. सभी ने इसे अच्छे से ग्रहण किया और किसी में भी कोई विपरीत असर देखने को नहीं मिला.

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरलॉजी (NIV) और भारत बायोटेक ने मिलकर Covaxin नाम से कोरोना की वैक्सीन को डेवलप किया है. इसे 15 अगस्त तक लॉन्च करने की कोशिश की जा रही है. लेकिन उससे पहले इसे ट्रायल के तीन फेज से गुजरना होगा. बीते दिनों माइक्रोसॉफ्ट के सहसंस्थापक बिल गेट्स ने कहा था कि भारत में कोरोना वैक्सीन विकसित करने की क्षमता है. दुनिया में सबसे अधिक वैक्सीन भारत ही बनाता है. ऐसा लगता है बिल गेट्स की बात सच होने वाली है. अगर ह्युमन ट्रायल सफल हो गया तो भारत और दुनिया के लिए बहुत बड़ा तोहफा होगा.