चीन ने भले ही अपनी सेना को LAC से पीछे हटाना शुरू कर दिया हो लेकिन भारत के खिलाफ प्रोपगैंडा वॉर बंद नही किया है. चीनी सेना का पीछे हटना चीन के लिए हार की तरह है. जितनी तैयारी के साथ वो LAC पर आई थी और भारतीय सेना की तैयारी और ताकत देख वापस लौट गई उससे पूरी दुनिया में चीन की फजीहत हो रही है. इस फजीहत से बौखलाए चीनी मीडिया ने भारत के खिलाफ प्रोपगैंडा वॉर शुरू कर दिया लेकिन ये दांव उल्टा पड़ गया. भारत को घेरने के चक्कर में चीन की ही मक्कारी की पोल खुल गई. गलती से चीनी मीडिया ने अपने ही देश को एक्सपोज कर डाला.
हुआ ये कि चीनी सरकारी टीवी चैनल सीसीटीवी-4 ने सोमवार की रात को सैटलाइट से मिली नई तस्वीरें जारी की, ये दिखाने के लिए कि गलवान घाटी का इलाका उसका है. लेकिन इस इन तस्वीरों से ही चीन की चोरी पकड़ी गई और वो एक्सपोज हो गया. सैटेलाइट तस्वीरों से साफ़ साफ़ पता चला कि मई महीने में चीनी सैनिकों ने गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों को भारतीय इलाके की तरफ की जा रही वैध गतिविधियों से रोकने का प्रयास किया था.

चीन के सरकारी टीवी चैनल सीसीटीवी-4 पर दिखाए गए प्रोग्राम में गलवान नदी के पेट्रोल प्वाइंट-14 पर भारत के एक हेलीपैड और शिविर दिखाए गए हैं. इसी इलाके में 15 जून को झड़प हुई थी. चीन का कहना था कि भारतीय सैनिक उसके इलाके में आ गए. जबकि भारतीय शिविर और हेलीपैड इस बात का सबूत है कि वो इलाका तो भारतीय ही था जिसे चीन अपना बता रहा था. क्योंकि अगर वो इलाका चीन का होता तो वजह भारतीय कैम्प और हेलीपैड कैसे बन जाते.

इन ताजा सैटलाइट तस्वीरों में यह साफ नजर आ रहा है कि भारतीय सैनिक और हेलीपैड वास्तविक नियंत्रण रेखा के भारतीय इलाके में थे. जबकि चीन ने आरोप लगाये थे कि भारतीय सैनिक उसके इलाके में घुस गए. सैटेलाइट तस्वीरों से साफ़ जाहिर होता है किजिस इलाके को चीन अपना बता रहा तह वो भारत का इलाका था और चीन ने वहां घुसपैठ करने की कोशिश की थी. इस तरह चीनी सरकारी चैनल की एक गलती से चीन खुद ही एक्सपोज हो गया.