पूरी दुनिया में इस समय कोरोना ने जमकर कहर बरपा रखा है. चीन के वुहान शहर से फैले इस वायरस ने दुनियाभर के लोगों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है कोई भी देश इसकी दवा नही बना पा रहा है. इस वायरस के चलते चीन की पूरी दुनिया में जमकर किरकरी हो रही है छवि खराब हो चुकी है. इसके बावजूद भी चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है.

जानकारी के लिए बता दें जहाँ एक ओर चीन और अमेरिका के बीच इस वायरस के चलते हर दिन त’नाव बढ़ता जा रहा वहीँ दूसरी ओर चीन और भारत के बीच भी हालात बिगड़ते जा रहे हैं. कई बार मुंह की खा चुका चीन अब सीमा पर फिर ट’कराव की स्थिति बनी हुई है. इसी बीच बड़ी खबर ये आ रही है कि सिक्किम से सटी सीमा पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच ट’कराव हुआ है. जिसके बाद अब चीन से सटे लद्दाख को लेकर खबर आ रही है.

चीन के साथ भारत की विवादित सीमा लद्दाख के क्षेत्र को अ’लर्ट पर रखा गया है. बताया जा रहा है कि चीन ने PLA की जं’ग के एक पुराने पड़ाव गलनाव नदी के पास टेंट लगाया है और देमचोक नाम की जगह पर निर्माण शुरू कर दिया है. 1962 की जं’ग का गवाह बने क्षेत्र में अब तनाव बढ़ता जा रहा है. तीन हफ्ते के बाद भी अब यहाँ तनाव बना है. हालाँकि बताया जा रहा है कि हालात धीरे धीरे नियंत्रण में लाया जायेगा. वहीँ भारत सरकार ने इस क्षेत्र को अ’लर्ट पर कर दिया है.

गौरतलब है कि सेना ने कहा है कि अस्थायी और छोटी अवधि के फेस ऑफ़ आमना सामना होते हैं क्योंकि भारत-चीन का सीमा विवाद अब तक हल नही हुआ है. वहीँ रक्षा सूत्रों का कहना है कि 1962 में चीनी आक्रमण के गवाह बने गलवान नदी के इलाके में ही भारत चीन के सैनिक आमने सामने हुए थे. दोनों पक्षों ने अब अपने-अपने सैनिकों को विवादित सीमा से पीछे खींच लिया है. वहीँ चीन पैंगोंग त्सो झील के पास चीन निर्माण गतिविधियों में लगा हुआ है. भारत और चीन के सैनिक यहाँ अक्सर गश्त दे देते आये हैं. सूत्रों ने बताया कि मौजूदा टकराव पेट्रोल पॉइंट 14 पर हुआ है जिसके बाद सरकार ने उचित कदम उठाये हैं. अब लद्दाख की सीमा पर तनाव बढ़ता जा रहा है. देमचोक में चीन 1000 से ज्यादा भारी वाहन निर्माण कार्य के लिए लाया है जिसके चलते भारत ने इस इलाके को लेकर अलर्ट पर कर दिया है. कई बार सैनिकों में झ’ड़प हुई है. इतना ही नहीं अलर्ट के बाद नेपाल की सीमा पर भी नजर रखी जा रही है.