चीन के वुहान शहर से फैले कोरो’ना वायरस ने भारत समेत पूरी दुनिया को जकड़ लिया है. मोदी सरकार ने जानलेवा कोरो’ना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन कर रखा है. लॉकडाउन की वजह से लोग घरों में कैद हो गए हैं और उनका कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया है. जिसको देखते हुए सुप्रीम कोर्ट की तरफ से उन लोगों के लिए कही न कही रहत की एक खबर आई है.

इस दौरान जो लोग घरों में टीवी देखकर या फिर इंटरनेट पर ज्यादातर समय गुजार रहे हैं. इसके अलावा लोग फोन पर या फिर ऑनलाइन वीडियो कॉलिंग के जरिए अपने प्रियजनों का हालचाल ले रहे हैं. लॉकडाउन की वजह से मोबाइल डाटा की खपत में कई गुना इजाफा हुआ है. हालांकि गरीब लोग मोबाइल डाटा और टीवी का खर्च नहीं उठा पा रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका (PIL) लगाई गई है, जिसमें गरीबों को मुफ्त मोबाइट डाटा, टीवी सर्विस, डीटीएच और सैटेलाइट टीवी की सेवा मुहैया कराने की मांग की गई है. याचिका में इसको लेकर केंद्र सरकार और भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) को निर्देश देने की अपील की गई है.

आपको बता दें कि कोरो’ना वायरस ने भारत समेत पूरी दुनिया को बदलकर रख दिया है. स्कूल, कॉलेज, मॉल, मंदिर, मस्जिद, क्लब समेत सभी सार्वजनिक स्थलों को बंद कर दिया गया है. सड़कें और गलियां वीरान हो गई हैं. लॉकडाउन के बावजूद भारत समेत विश्वभर में कोरो’ना वायरस के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. जबकि भारत कोरोना वायरस से डट कर सामना कर रहा हैं और इसे ये जंग भारत के लोग जीत कर ही सांस लेंगे.