राजस्थान में जारी सिया’सी घ’मासा’न थमने का नाम नहीं ले रहा है. डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अशोक गहलोत के खिला’फ ब’गावत का बिगुल फूकने के बाद पार्टी ने सचिन पायलट पर का’र्यवा’ई की है. उन्होंने उनको और उनके साथ के दो विधायक को निलं’बित कर दिया है. उसके बाद भी पायलट ने अभी तक अपनी आगे की रणनीति के बारे में कुछ भी नहीं बताया है. लेकिन राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बयान जारी किया है.

पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ जारी खीं’चता’न पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ‘झग’ड़े घर पर निपटते हैं. अगर घर के झ’गड़े को लेकर अगर आप वि’रोधी के साथ मिलकर राजनीति करेंगे तो लोकतंत्र में क्या बचेगा.? महत्वाकांक्षी होना बुरी बात नहीं है, लेकिन अतिमहत्वाकांक्षी होना अच्छी बात नहीं है. मेरे हिसाब से पार्टी से ग’द्दारी बुरी बात होती है. आप बीजेपी के साथ मिलकर अपनी सरकार गिराना चाहते हो, मेरे हिसाब से अच्छी बात नहीं है. ऐसे लोगों को जनता कभी माफ नहीं करेगी.

अशोक गहलोत ने कहा ‘जब मुझे लगेगा की जनता अब मुझे सीएम के रूप में नही देखना चाहती है तो मैं खुद आलाकमान से कहूंगा की अब कुर्सी पर किसी और को बैठाने का समय आ गया है.’ गहलोत ने सचिन पायलट पर निशा’ना साधते हुए कहा है कि वो वसुंधरा राजे से मिले है. हालांकि उन्होने ये तक कह दिया कि अगर सचिन पायलट घर लौट आयें तो मैं उनको गले लगा लूंगा. गहलोत ने कहा कि ‘जब मैं सांसद बना था तो पायलट 3 साल के थे. आज भी आ जाएं तो गले लगा लूंगा. राजनीति अलग बात है, लेकिन मैं आज भी उन्हें मानता हूं.’