चीन और अमेरिका के बीच साउथ चाइना सी पर तनाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है. जिसकी वजह से चीन अपन दा’दागिरी पर उतर आया है. ऐसे में अमेरिका ने चीन को सबक सिखाने के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है. दरअसल एक तरफ चीन के खि’लाफ ज्यादातर देश खड़े हुए है. विश्व में कोरोना जैसी महामारी को फ़ैलाने के कारण चीन के खि’लाफ कई देशों ने जं’ग छेड दी है. वही अमेरिका ने भी चीन के ऊपर कोरोना फ़ैलाने के कई गं’भीर आरो’प लगाये है. जिसके बाद से ही चीन और अमेरिका के बीच साउथ सी पर तनाव बढ़ता ही जा रहा है.

वही अमेरिका ने चीन के खि’लाफ साउथ चाइना सी में अपना जोरदार यु’द्ध अभ्यास शुरू कर दिया है. अमेरिकी नौसेना ने दुनियाभर में अपने सैन्य ताकत का प्रतीक कहे जाने वाले दो एयरक्राफ्ट कैरियर को दक्षिण चीन सागर में यु’द्धाभ्यास के लिए भेजा है और दिन रात अभ्यास कर रही है. इसके अलावा यूएस नेवी के लेफ्टिनेंट कमांडर शॉन ब्रोफी ने जानकारी देते हुए कहा है कि अमेरिका दक्षिण चीन सागर में स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत महासागर के समर्थन में है. अमेरिकी नौसेना के युद्धपोत यूएसएस निमित्ज और यूएसएस रोनाल्ड रीगन इस इलाके में ड्यूअल कैरियर ऑपरेशन संचालित कर रहे हैं. अमेरिकी नौसेना यहां युद्धा’भ्यास भी कर रही है.

इसके साथ ही अमेरिकी नौसेना दो एयरक्राफ्ट कैरियर के अलावा चार युद्धपो’त से भी अभ्यास कर रहे हैं. जाहिर है अमेरिकी नौसेना का मकसद हर तरीके से अपनी क्षम’ता को बढ़ाना है. इसके साथ ही अमेरिका का कहना है कि उसके इस कदम का मकसद इस इलाके के हर देश को उड़ान भरने , समुद्री इलाके से गुजरने और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के मुताबिक संचालन करने में सहायता देना है. बता दें इस इलाके में चीन भी अपनी महाभ्या’स कर रहा है. गौरतलब है चीन को लेकर पहले भी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प कई बार अपना गुस्सा जाहिर कर चुके है. उसके बाद भी चीन बार बार अपनी हरकतों से बाज आने के लिए तैयार नहीं है.